राधे राधे आजका भगवत चिन्तन

श्रीकृष्ण में जिन पुरुषों का प्रेम है वे ही धन्यवाद के योग्य हैं।

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श्रीकृष्ण में जिन पुरुषों का प्रेम है वे ही धन्यवाद के योग्य हैं। परमेश्वर का प्रभाव और आशय जानने से उनमें प्रेम बढ़ता है।

श्रीकृष्ण के समान संसार में प्रेम करने लायक दूसरा कोई भी नहीं है। कोई भी श्रीकृष्ण से प्रेम करने की इच्छा करे, वे सबके साथ प्रेम करने को तैयार रहते हैं। प्रेम करने वाला भले नीच हो परन्तु वे उसकी नीचता की ओर कभी खयाल नहीं करते।

जब भगवान् के भक्तों का भी ऐसा स्वभाव होता है तब स्वयं प्रभु की तो बात ही क्या है। परमेश्वर का प्रभाव जानने के लिये उनके भक्तों का संग, नाम का जप, स्वरूप का ध्यान एवं यथा साध्य उनकी आज्ञा का पालन सबसे उत्तम समझकर करते रहना चाहिये। इससे बढ़कर उपाय और कुछ भी नहीं है।

जय श्री कृष्णा

जय जय श्री राम

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