श्रीराम और हनुमान
रघुपति कीन्ही बहुत बडाई । तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई इस चौपाई में प्रभु श्रीराम हनुमानजी की बड़ाई कर रहे है और कह रहें है कि तुम मेरे लिए भाई भरत के जैसे...
समस्त ब्रह्मक्षत्रिय समाज
रघुपति कीन्ही बहुत बडाई । तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई इस चौपाई में प्रभु श्रीराम हनुमानजी की बड़ाई कर रहे है और कह रहें है कि तुम मेरे लिए भाई भरत के जैसे...
(The Mystery of 108) वेदान्त में एक मात्रकविहीन सार्वभौमिक ध्रुवांक 108 का उल्लेख मिलता है जिसका हजारों वर्षों पूर्व हमारे ऋषियों (वैज्ञानिकों) ने अविष्कार किया था l 108 = ॐ (जो पूर्णता का द्योतक...
हनुमानजी और महाभारत रामायण में प्रमुख भूमिका निभाने वाले भगवान हनुमान महाभारत में महाबली भीम से पांडव के वनवास के समय मिले थे। चिरंजीवी हनुमान इन्हे चिरंजीवी भी कहा गया है, यह वो लोग...
प्राचीन भारत में हुए हजारों धनुर्धरों में सर्वश्रेष्ठ कौन था? यह तय करना मुश्किल है। उन्हीं धनुर्धरों में से एक एकलव्य थे।
पाण्डवों के दूत के रूप श्रीकृष्ण जब पांडवों का वनवास और अज्ञातवास समाप्त हो गया तब श्रीकृष्ण ने इस विनाशकारी युद्घ को टालने के लिए विराट नगरी से पाण्डवों के दूत के रूप में...
सावन सोमवार व्रत दिन के तीसरे पहर यानी शाम तक रखा जाता है। सुबह स्नानादि नित्य कर्म करने के बाद व्रत का संकल्प करना चाहिए। इसके बाद गंगाजल, बेलपत्र, सुपारी, पुष्प, धतूरा, दूवी आदि...
भगवान श्रीहरि विष्णु ने धर्म की रक्षा हेतु हर काल में अवतार लिया। वैसे तो भगवान विष्णु के अनेक अवतार हुए हैं लेकिन उनमें 10 अवतार ऐसे हैं, जो प्रमुख रूप से स्थान पाते...
आखिर क्या है शिवजी की पूजा में बेलपत्र का महत्व? जब भी हम भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं तो हम उन्हें गंगा जल, पुष्प, दूध, बेलपत्र इत्यादि अर्पित करते हैं। कहा जाता है...
कुंती श्रीकृष्ण के पिता वसुदेव की बहन और भगवान कृष्ण की बुआ थीं। एक बार कुंती की सेवा से ऋषि दुर्वासा ने प्रसन्न होकर उन्हें एक गुप्त मंत्र दिया और कहा, इस मंत्र जप...
भगवान विष्णु को शंख बहुत ही प्रिय है। शंख से जल अर्पित करने पर भगवान विष्णु अति प्रसन्न हो जाते हैं लेकिन भगवान शिव की पूजा में शंख का प्रयोग नहीं होता है। इन्हें...
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