नवदुर्गा पंचम स्वरूप माता स्कंदमाता
माता दुर्गा के नव स्वरूप
शारदीय नवरात्र का आज से शुभारंभ हो गया है। आज से नौ दिन तक मां शक्ति के स्वरूपों की आराधना की जाएगी
माता दुर्गा की पंचम शक्ति है “माता स्कंदमाता” |
सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।
माता स्कंदमाता का उपासना मंत्र
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥
माता दुर्गा का स्वरूप “स्कन्द माता” के रूप मे नवरात्रि के पाँचवे दिन पूजा की जाती है|
शैलपुत्री ने ब्रह्मचारिणी बनकर तपस्या करने के बाद भगवान शिव से विवाह किया| तदंतर स्कन्द उनके पुत्र रूप मे उत्पन्न हुए |
ये भगवान स्कन्द कुमार कार्तिकेयन के नाम से भी जाने जाते है | छान्दोग्य श्रुति के अनुसार माता होने से वे “स्कन्द माता” कहलाती है|