हिंगलाज- सुभाषित by sparsh · August 18, 2022 संस्कृत के सुभाषित रक्ष रक्ष गणाध्यक्ष रक्ष त्रैलोक्यरक्षकं।भक्तानामभयं कर्ता त्राता भव भवार्णवात्॥ Sanskrit Subhashit with hindi meaning हे गणाध्यक्ष रक्षा कीजिए, रक्षा कीजिये । हे तीनों लोकों के रक्षक! रक्षा कीजिए; आप भक्तों को अभय प्रदान करनेवाले हैं, भवसागर से मेरी रक्षा कीजिये ।Like this:Like Loading...