हिंगलाज- सुभाषित by sparsh · August 18, 2022 संस्कृत के सुभाषित गजाननाय महसे प्रत्यूहतिमिरच्छिदे ।अपारकरुणापूरतरङ्गितदृशे नमः ॥ Sanskrit Subhashit with hindi meaning विघ्नरूप अन्धकार का नाश करनेवाले, अथाह करुणारूप जलराशि से तरंगति नेत्रों वाले गणेश नामक ज्योतिपुंज को नमस्कार है ।Like this:Like Loading...