हिंगलाज- सुभाषित by sparsh · August 21, 2022 संस्कृत के सुभाषित सृजन्तं पालयन्तं च संहरन्तं निजेच्छया ।सर्वविध्नहरं देवं मयूरेशं नमाम्यहम् ॥ Sanskrit Subhashit with hindi meaning जो स्वेच्छा से संसार की सृष्टि, पालन और संहार करते हैं, उन सर्वविघ्नहारी देवता मयूरेश गणेश को मैं प्रणाम करता हूँ ।Like this:Like Loading...