हिंगलाज- सुभाषित by sparsh · September 14, 2022 संस्कृत के सुभाषित अनामयाय सर्वाय सर्वपूज्याय ते नमः ।सगुणाय नमस्तुभ्यं ब्रह्मणे निर्गुणाय च ॥ Sanskrit Subhashit with hindi meaning आप रोगरहित, सर्वस्वरूप और सबके पूजनीय हैं आपको नमस्कार है । आप ही सगुन और निर्गुण ब्रह्म हैं, आपको नमस्कार है ।Like this:Like Loading...