पितृ पक्ष – श्राद्ध-2020
पितरों को खुश रखने के लिए पितृ पक्ष में कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पितृ पक्ष के दौरान ब्राह्मण, जामाता, भांजा, मामा, गुरु, नाती को भोजन कराना चाहिए।
समस्त ब्रह्मक्षत्रिय समाज
पितरों को खुश रखने के लिए पितृ पक्ष में कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पितृ पक्ष के दौरान ब्राह्मण, जामाता, भांजा, मामा, गुरु, नाती को भोजन कराना चाहिए।
जिन लोगों को अपने परिजनों की मृत्यु की तिथि ज्ञात नहीं होती उनके लिये भी श्राद्ध-पक्ष में कुछ विशेष तिथियाँ निर्धारित की गई हैं ।
अध्यात्मिकता, उस राशि का स्वामी जहां कि वह स्थित है। विवाह तथा आध्यात्म का ग्रह, मोक्ष कारक।
उस राशि का स्वामी जहां की यह स्थित हो, भौतिकवादी, सर्वातिशयी सिद्धान्त का ग्रह, दिखने में बुढ़ा व गंजा।
कंजूस ग्रह, तक्र का ग्रह, दर्शन, नपुंसकता, सन्यास, ठंडा – बर्फीला ग्रह, विनाशकारी बल, गोपनीय, बंजर।
काव्य – ग्रह, भौतिकवाद का, शारीरिक सुख का ग्रह तथा वैभव का सूचक, जीवन – शक्ति, कांति, वीर्य, व्यायाम व खेल, कला व संस्कृति।
आध्यात्मिक, विस्तार व गरिमा का दार्शनिक ग्रह, आध्यात्मिकता व बुद्धि प्रदान करता है, एक आदर्श ग्रह, द्विपद।
बन्धु कारक, विद्या कारक, जनन कारक। भाषण, बुद्धि, तक्र, धातु मूल जीव का मिश्रण।
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